*बायोफ्लॉक मछली पालन(Biofloc fish farming)
हम 4 साल से उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले में Biofloc tank में मछली पालन कर रहे हैं| आज तक हमने जितना भी अनुभव बायोफ्लॉक मछली पालन में लिया है वह सारा अनुभव हम इस ब्लॉग में आपसे शेयर कर रहे हैं| इस ब्लॉग को अच्छी तरह से पढ़ें यदि आप भी बायोफ्लॉक तकनीक से मछली पालन करना चाहते हैं|और जो भी आपको ना समझ में आए आप कमेंट में हमसे वो सवाल पूछ सकतेहै। हमारे द्वारा बायोफ्लॉक की ट्रेनिंग भी दी जाती है यदि आप भी हमसे ट्रेनिंग करना चाहते हैं तो आप हमसे संपर्क कर सकते हैं|
*बायोफ्लॉक क्या है?
मछली पालन करने के लिए कई सारी विधियां अपनाई जाती हैं| इसमें बायोफ्लॉक टैंक में मछली पालन करने की एक विधि है, इसमें टैंक बनाकर उसमें हाई डेंसिटी में मछलियों का पालन किया जाताहै।बायोफ्लॉक विधि द्वारा मछली पालन बहुत ही प्रचलित हो रहा है| टैंक बनाने की बहुत सारी विधियां है, किसी भी एक विधि द्वारा टैंक बनाकर उसमें बायोफ्लॉक विधि से मछली पालन किया जा सकता है| हालांकि टैंक में मछली पालन करने की और भी विधियां है, परंतु उसमें सबसे आसानऔर सस्ती बायोफ्लॉक विधि है।
*बायोफ्लॉक कैसे काम करता है?
*बायोफ्लॉक तकनीक से मछली पालन करने के लिए आवश्यक सामग्री:-
1. बायोफ्लॉक करने के लिए सबसे पहले सही जगह का चयन करें जिस जगह भी आप बायोफ्लॉक करना चाहते हैं, वह जगह ऐसी होनी चाहिए जहां बारिश का पानी इक्कठा(जमा) न हो यदि वहाँ बारिश का पानी इक्कठा होता होगा तो आपको बारिश के दिनों में टैंक का पानी बहाने में परेशानी होसकती है।
2. पानी की निकासी के लिए आपके पास अच्छी व्यवस्था होनी चाहिए|
3. टैंक लगाने के लिए लोहे की जाली जिसे mesh भी कहते हैं उसकी जरुरत होती है| जिससे टैंक के बाहर की संरचना तैयार की जाती है|
4. जाली के बाद प्रोटेक्टर का इस्तेमाल किया जाता है| जो जाली को सपोर्ट देता है|
5. टैंक के फर्श पर सफेद बालू की मोटी परत बिछाई जाती है| बालू की परत चूहों से बचाने और तारपोलिन को कंकड़ पत्थर से बचाने में मदद करती है|
6. उसके बाद टैंक के अंदर तारपोलिन लगाया जाता है और तारपोलिन का साइज टैंकके हिसाब से बनाया जाता है|
7. टैंक में हवा देने के लिए आपको Airpump की जरूरत होगी| चुकी बायोफ्लॉक में कम जगह में बहुत अधिक मछली का पालन किया जाता हैं इसलिए उन्हें Airpump से हवा देकर ऑक्सीजन मेंटेन करना पड़ता है | एयर पंप कई तरह के होते हैं यदि आप कमेंट करेंगे तो मैं Airpump के बारे में एक अलग से ब्लॉग बना दूंगा |
8. एयर पंप टैंक के पानी के वॉल्यूम के हिसाब से लगाया जाता है|
9. टैंक के पानी को चेक करने के लिए आपको वॉटर टेस्टिंग किट की आवश्यकता होगी|
10. Airpump से टैंक तक हवा को पहुंचाने के लिए आपको एयर पाइप और हवा को कंट्रोल करने के लिए एयर कंट्रोलर की आवश्यकता होगी|
11. चुकी आप मछली पालन कर रहे हैं तो आपको वॉटर सेनिटाइजर की भी आवश्यकता होगी|
12. आपको अपने टैंक का वॉटर प्रिपरेशन करने के लिए प्रोबियोटिक की भीआवश्यकता होगी।
बायोफ्लॉक टैंक में मछली पालन करने की विधि है| इसकी एक ऐसी विशेषता है जो इसे अन्य मछली पालन विधियों से अलग बनाती है वह विशेषता यह है कि इस विधि में बैक्टीरिया द्वारा जो फ्लॉक बनाया जाता है, वह एक तरह का प्रोटीन होता है| जिसे खाकर मछली अपने शरीर की वृद्धि करती हैं और हमारे दाने या जो भोजन हम मछली को खिला रहे हैं उसकी काफी बचत होती है| जहां तालाब में मछली 1.5 किलो दाना खाकर 1 किलो वजन लेती है वही बायोफ्लॉक में मछली 1 से 1.2 किलो दाना खाकर 1 किलो वजन लेती है| इस विधि के माध्यम से मछली पालन करने में दाने की काफी बचत होती है और यह बचत किसानों के लिए मुनाफा बन जाती है| चुकी बायोफ्लॉक में मछली पालन टैंक में किया जाता है तो इसकी देखरेख करना भी आसान होता है| तालाब में मछली चोरी होने का खतरा बहुत अधिक रहता है| परंतु बायोफ्लॉक में इस तरह की समस्या नहीं आती है| बायोफ्लॉक में आप कम जगह में अधिक मछली का उत्पादन ले सकते हैं| जिसके पास भी कम जगह हो वह बायोफ्लॉक विधि से मछली पालन कर सकता है |कई बार बारिश के दिनों में तालाब से मछली ज्यादा पानी होने के कारण निकल के बाहर भाग जाती है| परंतु टैंक में ऐसा नहीं होता है इसमें हम पानी को अपने हिसाब से भर सकते हैं और निकाल सकते हैं बायोफ्लॉक में मछली की हार्वेस्टिंग करना भी आसान होता है, क्योंकि इसने पानी कम होता है ,तो एक आदमी भी टैंक में घुसकर मछली को निकाल सकता है| तालाब में मछली पकड़ने के लिए कम से कम चार से पांच आदमियों की आवश्यकता होती है|
Note:- बायोफ्लॉक के बारे में अभी बहुत कुछ बताना बाकी है।चुकि बायोफ्लॉक बहुत बड़ा टॉपिक है |इसलिए इसे एक ब्लॉग में कंवर करना बहुत मुश्किल है| इसलिए अपने अगले ब्लॉग में हम आप को बताएँगे की........
1. बायोफ्लॉक सिस्टम से मछली पालन करने में कितना खर्च आता है और कितनी कमाई होती है।
2. बायोफ्लॉक में कौन-कौन सी मछलियां पाल सकते हैं।
3. बायोफ्लॉक तकनीक के क्या-क्या फायदे हैं।।
4. बायोफ्लॉक में आप मछली पालने के लिए पानी को कैसे तैयार करेंगे।
5. बायोफ्लॉक करने के लिए ट्रेनिंग कहां से ले।
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